Friday 1 August 2014

जीवन साथी

जीवन साथी... आख़िर कौन होता है ये जीवन साथी और कैसा होता है ये जीवन साथी? मैं नही जानती कि मैं इन सवालों के जवाब देने के काबिल भी हूँ या नही। पर फिर भी यहाँ मैं एक कोशिश कर रही हूँ उस शब्द के मायने खोजने की जो ज़िन्दगी भर हमारे साथ रहकर हमारे वजूद को उसके होने का एहसास दिलाता है और हमारे नाम को या तो अपने नाम के साथ जोड़कर या अपने नाम को हमारे नाम के साथ जोड़कर हमारे नाम को नए मायने और एक नई पहचान देता है।

चलिये फिर कोशिश करते हैं ये जानने की कि कौन होता है ये जीवन साथी। जीवन साथी एक ऐसा दोस्त होता है जो ज़िन्दगी की राह पर कदम से कदम मिलाकर हमारे साथ चलता है। जो हमारे दुःख में हमें संभालता है और अपनी खुशियाँ हमारे साथ बाँटता है। जो हमें जीने का मकसद बताता है। हमारे रास्ते की हर मुसीबत के आगे दीवार बन कर खड़ा हो जाता है। कभी माँ की तरह दुलारता है, कभी पिता की तरह डाँटता है और कभी दोस्त की तरह हँसाता है। हमारे हर ख्वाब की ताबीर में हमारा साथ देता है। जो हर पल अपना हाथ थमा कर हमें संभालता है। जिसकी बातें इतनी मीठी होती हैं कि ज़िन्दगी की कड़वाहट ही मिट जाती है। जिसके साथ रहने पर तन्हाई भी शरमा जाती है। गर हो कभी लड़ाई तो वो प्यार से मनाता है। कभी रूठता है वो हमसे और कभी हमें सताता है। हर मोड़ पर थामे रहता है वो हमारा हाथ, देता है साथ हमारा चाहे जैसे भी हों हालात।

जिसकी मीठी हँसी से गुदगुदाती है ज़िन्दगी। कभी करे झगड़ा हमसे कभी दिल्लगी। रहें हम हमेशा साथ ऐसे जैसे दिया और बाती, काश मुझे भी मिले ऐसा ही जीवनसाथी।

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